Friday 30 August 2013

मैं एक नाव 
जो नदी को अपनी पीठ पर उठाए
रोज़ एक महासागर पार करती हूँ......



जब रूह तन के नाप की नहीं हो पाती तो बाग़ी करार दी जाती है.................


Tuesday 23 July 2013

खाली रातें





रात तेरी याद का चाँद खिला 
चाँदनी को आँगन में फैला आई हूँ
जैसे तन के जंगलों से गुजरकर 
मन के घर रहने आई हूँ

ढूँढने निकली थी जंगलों मे
दास्तां के दरख्त को
जब लबों से लगाया तो लगा
खामोशी के पेड़ से
कोई हर्फ तोड लाई हूँ

इंतजार के बादलों का रूख बदल दिया,
विरहा के सिंधु को खाली कर दिया
लेकिन तेरी सूखी आँखों में
मैं आँसू बनकर छलक आई हूँ

क्षितिज में डूबते सूरज को
किस्मत के बुझते दिये में उडेल दिया है
जैसे तू खाली सी जगह हो गया 
जिसमें मैं भर आई हूँ। 

Friday 12 July 2013

आत्ममिलन


मेरी सेज हाजिर है
पर जूते और कमीज की तरह
तू अपना बदन भी उतार दे
उधर मूढ़े पर रख दे
कोई खास बात नहीं
बस अपने अपने देश का रिवाज है……

..............................अमृता प्रीतम.....................................


हादसा / अमृता प्रीतम



बरसों की आरी हंस रही थी
घटनाओं के दांत नुकीले थे
अकस्मात एक पाया टूट गया
आसमान की चौकी पर से
शीशे का सूरज फिसल गया

आंखों में ककड़ छितरा गये
और नजर जख्मी हो गयी
कुछ दिखायी नहीं देता
दुनिया शायद अब भी बसती है

Friday 21 June 2013

मौन

आज सारे अक्षर उतार कर रख दिए हैं मैंने,
शब्दों के पैरहन को भी रख दिया है एक कोने में
कोई अर्थ, कोई मायने नहीं है अब मेरी रूह पर
आज मैं एक बार फिर खड़ी हूँ ..... निर्देह.....निरक्षर.....
और लौट रही हूँ उसी पुरानी खोह में
जहाँ दुनिया से छुप कर 
जन्म दिया था मैंने मौन को.................

Sunday 16 June 2013

नायिका

नायिका का अर्थ - .......
ले जाने या पहुचाने वाली ; राह दिखाने वाली; स्त्री को नायिका कहते है ---
यौवन तथा रूप गुण संपन्न स्त्री को नायिका कहते है ; --------
ऐसी स्त्री जिसका चरित्र किसी काव्य में प्रमुखता से वर्णित हों--- 
या ---नायक की पत्नी को भी नायिका कहते है -----
दुर्गा की अष्टनायिका शक्ति में से किसी भी शक्ति को नायिका कहते है ---- 
एक विशेष प्रकार की कस्तूरी को भी नायिका कहते है